Sol. यहां ∇⋅F=∂∂xx3-yz+∂∂y-2x2y+∂∂z(2)
=3x2-2x2+0=x2∴ S F⋅ndS =V ∇⋅FdV=0a 0a 0a x2dxdydz =0a 0a x2dxdy[z]0a =a0a x2dx[y]0a=a2x330a=13a5
Ex. 7. Verify Gauss's Divergence theorem and show that :
(गॉस प्रमेय को सत्यापित करते हुए दर्शाइये कि) :
S F⋅nds=13a5, जहाँ F=x3-yzi-2x2yj+2k
S is the surface of the cube bounded by the co-ordinate planes : ( S
निम्न निर्देशांक समतलों द्वारा परिबद्ध घन का पृष्ठ है) :
x=y=z=0; x=y=z=a
Sol. यहां ∇⋅F=∂∂xx3-yz+∂∂y-2x2y+∂∂z(2)
=3x2-2x2+0=x2∴ S F⋅ndS =V ∇⋅FdV=0a 0a 0a x2dxdydz =0a 0a x2dxdy[z]0a =a0a x2dx[y]0a=a2x330a=13a5
Ex. 6. If 𝑽V is the volume enclosed by any closed surface 𝑺S; show that: (यदि 𝑽V किसी भी बन्द पृष्ठ 𝑺S द्वारा परिबद्ध आयतन हो, तो सिद्ध कीजिए) :
𝑺 𝑭⋅𝒏𝒅𝑺=𝟔𝑽, जहाँ 𝑭=𝒙𝒊+𝟐𝝌𝒋+𝟑𝒛𝒌∬130_S▒ F⋅n ˆdS=6V", जहाँ " F=xi ˙+2χj+3zk
Sol. दिया है 𝑭=𝒙𝒊+𝟐𝒚𝒋+𝟑𝒛𝒌F=xi+2yj+3zk
?�𝛁?𝑭�=𝒊𝛛/𝛛𝒙+𝒋𝛛/𝛛𝒚+𝒌𝛛/𝛛𝒛?(𝒙𝒊+𝟐𝒚𝒋+𝟑𝒛𝒌)�=
𝛛/𝛛𝒙(𝒙)+𝛛/𝛛𝒚(𝟐𝒚)+𝛛/𝛛𝒛(𝟑𝒛)�=𝟏+𝟐+𝟑=𝟔■(?□( ) ??F& =(i ?/?x+j ?/?y+k ?/?z)?(xi+2yj+3zk)@& =?/?x(x)+?/?y(2y)+?/?z(3z)@& =1+2+3=6)
?? गॉस प्रमेय द्वारा,
?𝑺 𝑭?𝒏𝒅𝑺=𝑽 (𝛁?𝑭)𝒅𝑽=𝑽 𝟔𝒅𝑽=𝟔𝑽??130_S▒ F?n�?dS=?130_V▒ (??F)dV=?130_V▒ 6dV=6V
Ex. 7. Verify Gauss's Divergence theorem and show that :
(गॉस प्रमेय को सत्यापित करते हुए दर्शाइये कि) :
𝑺 𝑭⋅𝒏𝒅𝒔=𝟏𝟑𝒂𝟓, जहाँ 𝑭=𝒙𝟑−𝒚𝒛𝒊−𝟐𝒙𝟐𝒚𝒋+𝟐𝒌∫130_S▒ F⋅n ˆds=1/3 a^5 ", जहाँ " F=(x^3-yz)i-2x^2 yj+2k
𝑺S is the surface of the cube bounded by the co-ordinate planes : ( 𝑺S निम्न निर्देशांक समतलों द्वारा परिबद्ध घन का पृष्ठ है) :
𝒙=𝒚=𝒛=𝟎; 𝒙=𝒚=𝒛=𝒂x=y=z=0;□( ) x=y=z=a
Sol. यहां 𝛁?𝑭=𝛛𝛛𝒙𝒙𝟑?𝒚𝒛+𝛛𝛛𝒚?𝟐𝒙𝟐𝒚+𝛛𝛛𝒛(𝟐)??F=?/?x (x^3-yz)+?/?y (-2x^2 y)+?/?z(2)
=𝟑𝒙𝟐?𝟐𝒙𝟐+𝟎=𝒙𝟐?�𝑺 𝑭?𝒏𝒅𝑺�=𝑽 𝛁?𝑭𝒅𝑽=𝟎𝒂 𝟎𝒂 𝟎𝒂 𝒙𝟐𝒅𝒙𝒅𝒚𝒅𝒛�=𝟎𝒂 𝟎𝒂 𝒙𝟐𝒅𝒙𝒅𝒚[𝒛]𝟎𝒂�=𝒂𝟎𝒂 𝒙𝟐𝒅𝒙[𝒚]𝟎𝒂=𝒂𝟐𝒙𝟑𝟑𝟎𝒂=𝟏𝟑𝒂𝟓■(&=3x^2-2x^2+0=x^2@?□( )?130_S▒ F?n�?dS& =?130_V▒ ??FdV=?130_0^a▒ ?130_0^a▒ ?130_0^a▒ x^2 dxdydz@& =?130_0^a▒ ?130_0^a▒ x^2 dxdy[z]_0^a@& =a?130_0^a▒ x^2 dx[y]_0^a=a^2 [x^3/3]_0^a=1/3 a^5 )
. Surface Integral ( पृष्ठ या पृष्ठीय समाकल)
किसी पृष्ठ पर ज्ञात किये गये समाकलन को पृष्ठीय समाकल कहते हैं। सर्वप्रथम एक संतत सदिश बिन्दु फलन F�के किसी क्षेत्र S
�पर अभिलंबीय पृष्ठ समाकल की परिभाषा देंगे। हम पृष्ठ के किसी भाग S
�को जो बन्द अथवा खुला हो, लेते हैं। अब S
�को परिमित संख्या में उप पृष्ठों में विभाजित करेंगे और इनमें से किसी एक को लेंगे। इस उप पृष्ठ के क्षेत्रफल को हम ?s
�से दर्शायेंगे। माना उप पृष्ठ में कोई बिन्दु P
�है, जहां F
�का मान Fp
�है । मान लो बिन्दु P
�पर S
�की दिशा में, जिसे धनात्मक भी कहा जा सकता है, एक इकाई सदिश n
�उपपृष्ठ के अभिलंब की दिशा में है। तब
?s=n?s�को हम उप पृष्ठ का सदिश क्षेत्रफल करेंगे। अब संकलन फलन ?Fp??s=?Fp?n?s
�पर विचार करते हैं जहाँ कि संकलन उन सब उप पृष्ठ के लिए लिया गया है जिनमें S
�को विभाजित किया गया था। यदि उप पृष्ठों की संख्या अनन्त की ओर अग्रसर हो तथा प्रत्येक उपपृष्ठ का क्षेत्रफल शून्य की ओर अग्रसर हो तो इस संकलन की सीमा को F
�का पृष्ठ S
�पर अभिलंबीय पृष्ठ समाकलन कहते हैं
तथा इसे ?S F?dS=?S F?ndS�द्वारा दर्शाया जाता है।
यदि पृष्ठ की दूसरी ओर समाकलन किया जाये तो केवल n�की दिशा बदल जायेगी अर्थात् समाकलन का केवल चिन्ह बदल जायेगा परन्तु परिमाण वही रहेगा।
Vólume Integral (आयतन समाकल) ?
. V�lume Integral (आयतन समाकल) ?
मान लीजिए F�कोई सतत् सदिश बिन्दु फलन है और किसी पृष्ठ से घिरे प्रदेश का आयतन V
�है । इस प्रदेश V
�को परिमित उप-प्रदेशों में विभक्त करेंगे तथा इनमें से किसी एक उपप्रदेश को लेंगे। माना इसका आयतन ?v
�है तथा इस आयतन के किसी बिन्दु P
�पर F
�का मान Fp
�है । अब संकलन फल ?Fp?V
�पर विचार करेंगे जहां कि संकलन उन सब उप-प्रदेशों के लिये लिया गया है जिनमें V
�को विभक्त किया गया था। अब यदि उप-प्रदेशों की संख्या अनन्त की ओर अग्रसर हो तथा प्रत्येक उप-प्रदेश का आयतन शून्य की ओर अग्रसर हो तो इस संकलन फलन की सीमा को F
�का V
�पर आयतन समाकल कहते हैं तथा इसे ?V FdV
�द्वारा दर्शाते हैं।
Cartesian form of Volume Integral (आयतन समाकल का कार्तीय रूप) :
माना F(r)=F1i+F2j+F3k, जहाँ F1,F2,F3
�क्रमशः x1,y1,z1
�के फलन हैं तथा dV=dxdydz
�अत:�V' FdV = F1i+F2j+F3kdxdydz =i F1dxdydz+j F2dxdydz+k F3dxdydz
Gauss's Divergence Theorem (गॉस का अपसरण प्रमेय)
Gauss's Divergence Theorem (गॉस का अपसरण प्रमेय) : Statement :
The normal surface integral of a function F over the boundary of a closed region is equal to the volume integral of div F taking throughout the region.
(किसी सदिश फलन F का किसी बंद क्षेत्र की परिसीमा पर लिया गया अभिलम्बीय पृष्ठ समाकल उस क्षेत्र में सर्वः लिये गये div F
के आयतन समाक्फल के बराबर होता है)
If F is a continuously differentiable vector point function in a region V
enclosed by the closed surface S
, then :
(यदि F किसी बन्द पृष्ठ S
द्वारा घिरे हुये क्षेत्र V
में सतत् अवकलनीय सदिश बिन्दु हों तो):
where n is the unit outward drawn normal vector to the surface S
.
( जहां n पृष्ठ S
पर बाहम दिशा में खींचा गया इकाई अभिलम्ब सदिश है)
S F⋅ndS=1( (∇⋅F)dV
परिणाम (1) का कार्तीय रूप (Cartesian form) निम्र है :
S F1dydz+F2dzdx+F3dxdy =I' ∂F1∂x+∂F2∂y+∂F3∂zdxdydz
F1,F2 तथा F3
अक्षों के अनुदिश F
के अदिश घटक हैं।
Ex.1 Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
S F⋅ndS, जहाँ F=4xzi-y2j+yzk
S is the surface of tle cube bounded by the planes :
( S उस घन का पृष्ठ है जो कि निम्र समतलों में परिबद्व हैं) :
x=0,x=1,y=0,y=1,z=0,z=1
= ??x(4xz)+??y-y2+??z(yz)dV = (4z-y)dV =01 01 01 (4z-y)dxdydz [∵dV=dxdydz] =01 01 2z2-yz01dxdy=01 01 (2-y)dxdy =01 2y-y2201dx=01 32dx=32x01=32 �Ans.�
Ex. 2. Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
,
where S is the part of the sphere x2+y2+z2=1
above the xy plane.
(जहाँ S, गोले
का वह पृष्ठ है जो xy
समतल के ऊपर है)
Sol. F=y2z2i+z2x2j+z2y2k
? ??F=??xy2z2+??yz2x2+??zz2y2=2zy2
गॉस प्रमेय द्वारा,
S F?ndS =V ??FdV =V 2zy2dxdydz
Fig 4.3
यहाँ गोला x2+y2+z2=1�का वह क्षेत्र है जो xy
�समतल के ऊपर है अर्थात् अर्ध गोला xy
�समतल के ऊपर वाला भाग है तथा x,y,z
�के लिये समाकलन की सीमाएँ निम्न होंगी। पहले z
�के सापेक्ष z=0
�से z=1-x2-y2
�तक समाकलन किया जायेगा। फिर y
�के सापेक्ष y=-1-x2
�से y=1-x2
�तक तथा अन्त में x
�के सापेक्ष x=-1
�से x=1
�तक।
?�अभीष्ट समाकल =2∭V zy2dxdydz
=x=-11 -1-x21-x2 1-x2y2z201-x2-y2dxdy
=?-11 ?-1-x21-x2 1-x2-y2y2dxdy =?-11 1-x2y33-y55-1-x21-x2dx =2?-11 1-x21-x23/23-1-x25/25dx =415?-11 1-x25/2dx =415?-?/2?/2 cos5?cos?d? �जहाँ�x=sin? =815?0?/2 cos6?d? =815?56?34?12??2=?12
Ex. 3. Use Gauss's divergence theorem to show that :
(गॉस प्रमेय की सहायता से प्रदर्शित कीजिए) :
S (zdydz+ydzdx+zdxdy)=4πa3
where the surface S is the sphere x2+y2+z2=a2
.
( जहाँ सतह S, गोला x2+y2+z2=a2
है)
[ Jodhpur B.Sc., 03; Ajmer B.Sc., 02; Raj. B.Sc., 01; (Hons.) 04 ]
Sol. हम जानते हैं कि
S E1dydz+F2dzdx+F3dxdy =I' ?F1?x+?F2?y+?F3?zdxdydz
यहाँ F1=x,F2=y, तथा F3=z
??F1?x=1,?F2?y=1�तथा�?F3?z=1
?�समीकरण (1) द्वारा,
=V (1+1+1)dxdydz, सतह�S�से परिबद्ध, जहाँ�V�आयतन है� =3V dxdydz=3�(गोले का आयतन )� =3?(4/3)?a3=4?a3 �Ans.�
Ex.4.If V is the volume enclosed by any closed surface S; show that: (यदि V
किसी बन्द पृष्ठ S
द्वारा परिबद्ध आयतन हो, तो दर्शाइये कि) :
(a) ∫S n⋅d S=0
[Raj. B.Sc., (Hons.) 03]
(b) ∫S (r×n)dS=0
[Kota B.Sc., 04]
(c) ∫S n⋅(∇×F)dS=0
[Ajmer B.Sc., 02; Udaipur B.Sc., 01]
(d) ∫S r⋅ndS=3V
[Ajmer B.Sc., (Hons.) 04]
Sol. (a) यदि F�कोई अचर सदिश राशि लें, तो
F?S ndS=S F?ndS'
[∵F�अचर सदिश राशि है। ]
�गॉस प्रमेय द्वारा, ?S F?ndS=?T' ??FdV
किन्तु
??F=i??x+j??y+k??z?F=0F?S ndS=V ??FdV=0
या,
?S ndS=0 [∵F�अचर सदिश राशि है । ]
Hence Proved.
(b) यदि F�कोई अचर सदिश राशि ल, ता
F?S r�ndS =S F?(r�n)dS = (F�r)?ndS�(सदिश एवं अदिश गुणनफलों को बदलने से)� =V ??(F�r)dS�[गॉस प्रमेय द्वारा]�
�किन्तु�??(F�r)=r?(?�F)⋯F?(?�r)=0
Hence Proved.
[∵?�F=0,∵F�अचर राशि है तथा ?�r=0]
(1) से,
F??S (r�n)dS=0
या,
S r�ndS=0
Hence Proved
गॉस प्रमेंय द्वारा,
S n?(V�F)dS=1 ???(?�F)dl
[⋯V?(V�F)=0
�
Ex. 6. If V is the volume enclosed by any closed surface S; show that: (यदि V
किसी भी बन्द पृष्ठ S
द्वारा परिबद्ध आयतन हो, तो सिद्ध कीजिए) :
S F⋅ndS=6V, जहाँ F=xi+2yj+3zk
Sol. दिया है F=xi+2yj+3zk
? ??F =i??x+j??y+k??z?(xi+2yj+3zk) =??x(x)+??y(2y)+??z(3z) =1+2+3=6
?�गॉस प्रमेय द्वारा,
S F?ndS=V (??F)dV=V 6dV=6V
Ans.
Ex. 7. Verify Gauss's Divergence theorem and show that :
(गॉस प्रमेय को सत्यापित करते हुए दर्शाइये कि) :
S F⋅nds=13a5, जहाँ F=x3-yzi-2x2yj+2k
S is the surface of the cube bounded by the co-ordinate planes : ( S
निम्न निर्देशांक समतलों द्वारा परिबद्ध घन का पृष्ठ है) :
x=y=z=0; x=y=z=a
Sol. यहां ??F=??xx3-yz+??y-2x2y+??z(2)
=3x2-2x2+0=x2? S F?ndS =? ??FdV=0a 0a 0a x2dxdydz =0a 0a x2dxdy[z]0a =a0a x2dx[y]0a=a2x330a=13a5
Ans.
Ex. 8. Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
S F⋅ndS, जहाँ F=xi+yj+z2k.
where S is the closed surface bounded by the cone x2+y2=z2
and the plane z=1
( जहाँ S शंकु x2+y2=z2
तथा समतल z=1
से परिबद्ध बन्द पृष्ठ है)
[ Jodhpur B.Sc., 02; Raj. B.Sc., (Hons.) 02 ]
Ex. 8. Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
S F?ndS, �जहाँ�F=xi+yj+z2k.
where S�is the closed surface bounded by the cone x2+y2=z2
�and the plane z=1
( जहाँ S�शंकु x2+y2=z2
�तथा समतल z=1
�से परिबद्ध बन्द पृष्ठ है)
[ Jodhpur B.Sc., 02; Raj. B.Sc., (Hons.) 02 ]
Sol. यहाँ ??F=??x(x)+??y(y)+??zz2
=1+1+2z=2(1+z)
S F?ndS =V ??FdV =V 2(1+z)dV =2V dV+2V zdV =2V+2Vz, ∵z= zdVV,
जहाँ V�दिये शंकु का आयतन है तथा z
�दिए हुए शंकु के गुरूत्व केन्द्र G
�(जो कि शंकु के अक्ष पर स्थित है ) की शीर्ष O
�से दूरी y
�है। दिये गये शंकु का आधार एक वृत्त है जिसकी त्रिज्या 1 तथा ऊंचाई भी 1 है।
OG=3/4,V=(1/3)?12?1=?/3
? �अभीप्र समाकल =2V(1+z)
S {(x+z)dydz+(y+z)dzdx+(x+y)dxdy},
where S is the surface of the sphere x2+y2+z2=4
(जहाँ S, गोले x2+y2+z2=4
का सम्पूर्ण पृष्ठ है)
=V ??x(x+z)+??y(y+z)+??z(x+y)dV =V (1+1+0)dV=2V dV =2V�(अायतन समाकल)� =243?(2)3=643? �(जहाँ�V�गोले का आयतन है)��Ans.�
(आयतन समाकल)
(जहाँ V�गोले का आयतन है)
Ans.
2. Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
S F⋅ndS, जहाँ F=xi-yj+z2-1k
S is the surface of the cylinder bounded by z=0,z=1,x2+y2=4
( S
उस बेलन का पृष्ठ है जो z=0,z=1,x2+y2=4
से परिबद्ध है)
???F =??x(x)+??y(-y)+??zz2-1 =1+(-1)+2z=2z
यहाँ दिऐे पृष्ठों से x,y�और z
�की सीमायें
-2⩽x⩽2;-4-x2⩽y⩽4-x2:0⩽z⩽1
अब गॉस प्रमेय से
=212x4-x2+42sin-1x2-22 =22sin-1(1)-2sin-1(-1)=2[?-(-?)]=4?.�
(3.) Show that (दिखाइए):
S x2i+y2j+z2k⋅ndS=0
S is the surface of the elliposid x2/a2+y2/b2+z2/c2=1
( S
दीर्घवृत्त x2/a2+y2/b2+z2/c2=1
का पृष्ठ है )
=V (??F)?ndS�[आयतन समाकल]� =2V (x+y+z)dV
=2V (x+y+z)dxdydz
घही अर्तन का क्षेत्र S�दीधिवृतज है x2/a2+y2/b2+z2/c2=1
अत: सीमायें निम्न होगी :
z�के लिए z=-c/1-x2a2-y2b2
�से z=c/1-x♮a2-y2b2
y�के लिए y=-b/1-x2a2
�से y=b 1-x2a2
x�के लिए x=-a
से x=a
निश्चित ससकफलन के गुणधर्म के अनुसार ह्म जानते है कि
विषम फलन f(x)�के लिए ?-aa f(x)dx=0
यहाँ (x+y+z)�एक विषम फलन है तथा x,y
�तथा z
�की उक्त सोमाओं में दिया समाकल
=2-aa b1-x2/a2-b1-x2/a2 c1-x2/a2-y2/b2-c1-x2/a2-y2/b2(x+y+z)dxdydz =0�अतः सिद्ध हुआ ।�
=0�अतः सिद्ध हुआ ।
4. Evaluate (मान ज्ञात कीजिए) :
S F⋅ndS, जहाँ F=4xi-2y2j+z2k
S is the region bounded by x2+y2=4
, and the plane z=0,z=3
. ( S
वक्र x2+y2=4
तथा समतल z=0
तथा z=3
से परिबद्ध पृष्ठ है)
??F =??x(4x)+??y-2y2+??z =2(2-2y+z)
घहाँ x,y,z�की सीमायें हैं :
-2⩽x⩽2;-4-x2⩽y⩽4-x2; 0⩽z⩽3
गॉस प्रमे म से ?S F?ndS=?V ??FdV
=2-22 -4-x24-x2 (6-6y+9/2)dxdz =21-22 -4-x24-x2 dxdy=12 -22 4-x24-x2ydxdy
�
=42?-22 4-x2dx+0 [r y�विषम फलन है]
=8402 4-x2 =84x2/4-x3+42sin-1x209=84?.
??F=??x(x)+??y(y)+??z(z)=3
अब गॉस प्रमेय द्वारा ?S F?nds=?V ??FdV
= 3dxdydz =3-11 -11 -11 dxdydz=24
सीधे स माकलन द्वा रा सत्यापन : दृष्टान्तीय उदाहरण 7 के चिन्न 4.6 (पषण्ठ 113) में x=1=y=z�लो
चिन्न 4.6 में घन के प्रत्येक फलक पर इकाई वाह्य बभिलम्ब दरित है
अब (a)�फलक ABCD
�पर
n =i,x=1;ds=dydz F?nds =s (xi+yj+zk)?idxdz =-11 -11 xdydz=4
(b) इसी प्रकार फलक QEFG�पर n=-i,x=-1
�एवं ds=dydz
S F?nds:= (xi+yj+zk)?(-idydz) =--11 -11 xdydz=4
(c) फलक BEFG�पर n�j,y=1
�तथा ds=dxdz
S F?nds = (xi+yj+zk)?jdxdz =-11 -11 ydxdz=4
(d) फलक QGDA�पर n=-j,y=-1
�तथा ds=dxdz
S (axi+bjj+czk)⋅ndS=43π(a+b+c).
where S is the surface of the sphere x2+y2+z2=1
(जहाँ S, गोले x2+y2+z2=1
का पृष्ठ है)
S (axi+byj+czk)?nds =V ??(axi+byj+czk)dV =V (a+b+c)dV =(a+b+c)V dV=(a+b+c)V',�सहाँ� =(a+b+c)?43?(1)3 =43?(a+b+c)
9. Use cartesian form of Gauss's Divergence theorem to evaluate:
(गॉस प्रमेय के कार्तीय रूप का प्रयोग करते हुए मान ज्ञात कीजिए) :
S 2xy+z3dydz+ydxdz+3xz2dxdy,
S is the surface of a cube bounded by the co-ordinate planes and the planes x=y=z=1
.
(जहाँ S उस घन का पृष्ठ है जो निर्देश समतलों तथा समतल x=y=z=1
से परिबद्व है)
S F1dydz+F2dxdz+Fsdxdy =V ?F1?x+?F2?y+?F3?zdxdydz
यहाँ F1=2xy+z3,F2=y�तथा Fa=3xz2
??F1?x=2y,?F2?y=1�तथा ?F3?z=6xz
अतः (1) से ∬S 2xy+z3dydz+ydxdz+3xz2dxdy
=V (1+2y+6xz)dxdydz
जहाँ V�आयतन है जो सतह् S
�से परिबद्ध है ।
=01 01 01 (1+2y+6xz)dxdydz=62.
Ans.
10. Deduce the following from Gauss's Divergence theorem:
(गौस अपसरण प्रमेय से निम का निगमन कीजिए।
(a) ∫V A⋅∇ϕdV=∫S ϕA⋅ndS-∫V ϕdivAdV
[Raj. B.Sc., 09 (Hons.) , 07,10; Bikaner B.Sc. ,08; Kota, 09]
(b) ∫V B⋅curlAdV=∫S (A×B)⋅ndS+∫V A⋅curlBdV
11. [R i MR: Aimer R.Sc. 10:Idainur B.Sc.. 10: Jodhnur B.Sc.. 08]
s ϕA?nds =V div(ϕA)dV =V [ϕdivA+(?ϕ)?A]dV
??V A??ϕ=?s ϕA?nds-?V ϕdivdV
(b) ज्ञानते हैं कि div(A�B)=B?curlA-A?curlB�अतः गौस के अपसरण प्रमेय की सहृायता से
सम!कल प्रमेय
S (A�B)?nds =V div(A�B) =V [B?curlA-A?curlB]dV? V B?curlAdV =s (A�B)?nds+V A?curlBdV
�
�
. Apply Gauss's theorem to evaluate :
(गॉस प्रमेय का प्रयोग कर मान ज्ञात कीजिए) :
S x3-yzdydz-2x2ydzdx+zdxdy=a2a33+a.
where S is the surface of a cube bounded by the planes x=y=z=0
and x=y=z=a
(जहाँ S निर्देशी तल तथा तल x=yπz=a
से परिबद्ध घन का पृष्ठ है)
A...
| Udaipur B.Sc., 02; Ajmer B.Sc., 03|
S F1dydz+F2dxd =V ∂F1∂x+∂F2∂y+∂Fa∂zdxdydz
यहा F1=x3-yz,F2=-2x2y एवं F3=z
& ∂F1∂x=3x2,∂F2∂y=-2x2 तथा ∂F3∂z=1
∴ ∂F1∂x+∂F2∂y+∂F3∂z=3x2-2x2+1=x2+1
अतः (1) से
S x3-yzdydz-2x2ydzdx+zdxdy =x=0a y=0a z=0a x2+1dxdydz=a2a33+a
Stoke's Theorem (स्टॉक् प्रमेय) : Statement :
The line integral of a vector function F around any closed curve is equal to the surface integral of curl F taken over any surface of which the curve is a boundary edge.
(किसी सदिश फलन F�का किसी बंद वक्र के चारों ओर लिया गया रेखा समाकल के curlF
�के पृष्ठ समाकल के बराबर होता है युह समाकल उस पृष्ठ पर लिया जाता है जिसकी सीमा वह बंद वक्र बनाती है)
If F be any continuous differentiable vector function and S is the surface enclosed by a curve C, then:
(अर्थात् यदि F�कोई सतत् अवकलनीय सदिश फलन हो और S
, वक्र C
�'द्वारा घिरा हुआ कोई पृष्ठ हो, तो :
C F?dr=S n?(?�F)dS
where n�is the unit normal vector at any point of S
�and drawn in the sense in which a right handed screw would move rotated in the sense of description of C
.
( जहाँ n�एक इकाई अभिलम्ब सदिश है जो पृष्ठ S
�के किसी बिन्दु पर अभिलम्ब की उस दिशा में खींचा गया है जिसमें एक दक्षिण वर्ती पेच, वक्र को खींचे जाने की दिशा में घुमाने पर, घूमेगा)
Cartesian form ( कार्तीय रूप) :
C F?dr =C iF1+jF2+kF3?(idx+jdy+kdz) =C F1dx+F2dy [∵dz=0]
[∵dz=0]
चूंकि n=k, अत:
C (?�F)?ndS = (?�F)?kdS =S ?F2?x-?F1?ydxdy
Ex.1. Verify Stoke's theorem for the function F=zi+xj+yk, where the curve C
is the unit circle in the xy-plane bounding the hemisphere z=1-x2-y2
.
(स्टॉक प्रमेय का फलन F=zi+xj+yk के लिए सत्यापन कीजिए जहाँ C
एक xy
समतल का इकाई वृत्त है जो गोलार्द्ध z=1-x2-y2
को परिबद्ध किये हुए है)
[Ajmer B.Sc.,08 (Hons) 07,09;Bikaner B.Sc., 08; Jodhpur B.Sc, (19)- Sol.
Sol. दिया है, F=zi+xj+yk�तथा r=xi+yj+zk
? F?dr=(zi+xj+yk)?(idx+jdy+kdz)
न्या, F?dr=zdx+xdy+ydz
xy�समतल पर C
�एक इकाई वृत्त x2+y2=1,z=0
.
?�वक्र C
�के लिए,
z=0�तथा dz=0
?(1)�से,
F?dr=xdy
चित्रानुसार x=cosϕ,y=sinϕ, जहाँ ϕ,0
�से 2?
�तक विचरण करता है।
?�(2) से,
C F?dr =C xdy=02? cosϕ(cosϕ)dϕ =1202? 2cos2ϕdϕ =1202? (1+cos2ϕ)dϕ =12ϕ+12sin2ϕ =12[2?]=?
Fig 4.7